
भारतीय मूल की अमेरिकी राजनीतिज्ञ ग़ज़ाला हाशमी ने वर्जीनिया में इतिहास रच दिया है। 61 वर्षीय हाशमी को वर्जीनिया की लेफ़्टिनेंट गवर्नर के रूप में चुना गया है — और इस तरह वह इस पद पर पहुंचने वाली पहली मुस्लिम और दक्षिण एशियाई अमेरिकी महिला बन गई हैं।
डेमोक्रेटिक पार्टी की हाशमी को 1,465,634 वोट मिले, जबकि उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी जॉन रीड को 1,232,242 वोट पर ही संतोष करना पड़ा।
भारत से अमेरिका तक — चार साल की उम्र में शुरू हुआ सफर
ग़ज़ाला हाशमी का जन्म भारत में हुआ था। सिर्फ चार साल की उम्र में वह अपनी मां और बड़े भाई के साथ अमेरिका चली गई थीं। वह बताती हैं कि “मेरे माता-पिता ने हमेशा शिक्षा और समान अवसरों पर विश्वास किया। आज की जीत उनके सपनों की जीत है।”
अकादमिक से राजनीति तक — ‘क्लासरूम’ से ‘कैपिटल’ तक की यात्रा
राजनीति में आने से पहले ग़ज़ाला एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद रहीं। वह लंबे समय तक रिचमंड की कम्युनिटी कॉलेज प्रोफेसर रहीं। उनकी छवि एक संतुलित, प्रोग्रेसिव और ग्रासरूट्स कनेक्टेड लीडर की रही है। उनका फोकस शिक्षा, महिलाओं के अधिकार, और अल्पसंख्यकों की भागीदारी पर रहा है।

इस चुनाव में उन्होंने — “Representation matters — हर बच्ची को ये यकीन होना चाहिए कि वो किसी भी पद तक पहुंच सकती है।”
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